वो आगे बढ़ता है।
वो आगे बढ़ता है।
जो उँच नीच को प्यार से संभालपाये
जरुरत में हाथ बढ़ाये
छोटी चीज़ों में खुशियां मनाये
परेशानियों को हँस कर टाल पाये,
वही आगे बढ़ता है।
जो आँखों में आँखें डाल कर बात कर पाए,
सच की राह पर कायम रह पाये,
जो खुद पर भरोसा रख पाए,
जी बिना हत्यार के हिम्मत से
दुशमन के सामने खड़ा हो पाए,
वो आगे बढ़ता है।
जिसके हाथ आसमान और पैर जमीं छू रहे हों,
जिसके क़दमों में बेशुमार दौलत पर वो अतीत न भुला हो,
जो अपने से पहले दूसरों के बारे में सोचता हो,
जिसको सुकून दूसरों के
चेहरे की मुस्कान से मिलती हो,
वो आगे बढ़ता है।
