माता-पिता
माता-पिता


माँ ने सुबह की धूप से आँचल में छुपाया,
पापा ने रात के अँधेरे में ऊँगली पकड़ कर निडर बनाया,
दोनों ने रेशम के धागों से सफलता का रासता बनाया,
और अपने आशीर्वाद से सींच कर हमें कामयाब बनाया,
माँ ने पुराने किताबों में अपनी खुशियां छिपाकर,
हमारे नयी किताबों से भविष्य बनाया।
और पिताने घिसे, पुराने जूतों से उसी भविष्य का आधार बनाया।