STORYMIRROR

PRATAP CHAUHAN

Abstract Inspirational

4  

PRATAP CHAUHAN

Abstract Inspirational

हर संकल्प महान

हर संकल्प महान

1 min
397

भले ही कोई हो संग्राम,

हमारा हर संकल्प महान।

देश की रक्षा की खातिर,

करा दें खुद का ही बलिदान।।


यहां हर डॉक्टर है भगवान,

बचाए मानवता के प्राण ।

कोरोना की  बीमारी  से,

बचा  लिए  इंसान।

हमारे डॉक्टर हैं भगवान, 

बचाते जन मानस के प्राण।।


सफाई कर्मी की मेहनत,

स्वच्छता का बनती परिणाम ।

शहर की गलियां या उद्यान,

सफल रहता इनका अभियान।।


पुलिस हो या सेना की कमान,

हमें हर वर्दी पर अभिमान।


कड़ी धूप और बारिश में वो,

ठिठुरन वाली रातों में वो,

जंगल में और पर्वत पर वो,

सागर के तूफानों में वो,

पहरेदारी भारत की, 

करता भारत का जवान

हमें हर वर्दी पर अभिमान।।


भले ही कोई हो संग्राम,

हमारा हर संकल्प महान।

करा दें खुद का ही बलिदान,

धन्य ये भारत की संतान।



Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Abstract