STORYMIRROR

PRATAP CHAUHAN

Inspirational

4  

PRATAP CHAUHAN

Inspirational

भारत ने ख्याति पाई

भारत ने ख्याति पाई

1 min
368


जहाँ अम्बर सी ऊंचाई है,

और सागर सी गहराई है।

अतिथि देवो भव वाले, 

भारत ने ख्याति पाई है।।


ये मानवता का रक्षक है, 

ये इस दुनियाँ का अलंकार।

ये राष्ट्र विविध भाषाओं का, 

अद्भुत खुद में सागर का सार।।


सेना की शक्ति भारत में,

गंगा की भक्ति भारत में |

ये भारत ऐसा विजेता है, 

ये विश्व विजयी अजेयता है।

ये राष्ट्र विरोधी हरकत को, 


अब खुली चुनौती देता है।

वो वीर सपूतों सा प्यारा, 

वो है महान सबसे न्यारा।


निर्णय उसका कभी टला नहीं,  

मत छेड़ो होगा भला नहीं।

ये बैरागी वाला भारत का,  

मजबूत खम्भ कभी हिला नहीं।।


चारों ओर महा संकट है,  

भारत उससे झूझ रहा है।

फिर भी भारत की युक्ति पर,  

डब्ल्यू. एच.ओ.पूछ रहा है।


शुक्र मनाओ भारत वालो,

भारत संघर्ष विजेता है।

जीतेंगे हम विपदाओं से, 

हमको खुद पे भरोसा है।



Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Inspirational