वक्त
वक्त
वक्त बदलता रहता है
वक्त कभी अच्छा है,
वक्त कभी बुरा होता है.
सब वक्त का ही कमाल है,
वक्त अगर साथ दे ,
तो सब कुछ बहाल है ।
एक वक्त कभी खुशी देता है
तो कभी गम भी देता है
यह वक्त ही तो है
जो हमेशा बदलता रहता है।
कल कुछ और ,
आज कुछ और,
कल कुछ और होगा।
वक्त नहीं रुकता किसी की मुट्ठी में,
खुशी की लम्हों को कोई कैद नहीं कर सकता,
यह वक्त ही है ,
जो उसे रिहा कर देता है।
वक्त सिखाता है समझाता है ,
दूसरों की नियत की तस्वीर दिखाता है
वक्त का पहिया गोल है ,
इसका ना कोई मोल है ।
अपनी रफ्तार में चलता है,
न धीमा ना तेज होता है ।
जिसने भी कदर की वक्त की,
वक्त ने उसे शहंशाह बना दिया,
जमीन से उठाकर फलक पर बैठा दिया।।