Zubina Zubiraj

Romance Classics

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Zubina Zubiraj

Romance Classics

वक़्त

वक़्त

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मैं उसके जगह पर हुं, जो कल मेरे जगह होगी। 

कल वो मेरी जगह होगी,जब मैं किसी और जगह होंगी। 


इस बात पर ख़फ़ा हूँ मैं, कल कोई और यहां होगी। 

 मैं कभी उसके जगह पर थी, कल वो इस बात ख़फ़ा होगी।


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