वक्त बदल गया है
वक्त बदल गया है
एक वक्त था जब
महिलाओं को पति के पास
पैसे मांगने पड़ते थे
एक आज का वक्त है
महिलाए खुद के पैरों पर खड़ी है
एक वक्त था जब
महिलाए पति के
बटुए से पैसे लेती थी
हर छोटी छोटी चीजों के लिए
एक आज का वक्त है
महिलाए खुद कमाती है
सब कुछ देखती है
वो एक अलग दौर था
पर आज का दौर बहुत अलग है
महिलाए इतनी काबिल बन गई है
कि अब पैसो को लेकर
पति के बटुए को हाथ लगाने
की जरूरत तो नहीं है
आगे ना कभी किसी महिला
पर ऐसी कोई नौबत आए
वक्त बदलते देर नहीं लगती।
