STORYMIRROR

Chetan Chakrbrti

Tragedy

2  

Chetan Chakrbrti

Tragedy

वजह

वजह

1 min
254

तुमसे बात करने की कोई वजह नहीं बची,

मुलाक़ात क्यूँ करे कि कोई वजह नहीं बची।


अब तुम्हारे प्रति कोई संवेदना नहीं बची,

जज्बात मर चुके हैं कि कोई वजह नही बची।।



Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Tragedy