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Neelam Sharma

Drama

3  

Neelam Sharma

Drama

विश्व रेडियो दिवस

विश्व रेडियो दिवस

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जादू का डिब्बा कहती थी दादी मां रेडियो को,

बटन दबाते ही कहता गाने दो अब नहीं रोको !


आज भी देखो आधुनिकता से करता मनोरंजन कुक !

कृष्णा औ आशीष हैं सबका बैंड बजाते, हैं थोड़े क्रुक।


कई दफा शरारत उनकी आडियंस नहीं कर पाती ब्रुक

आवाज़ बदलकर बवुआ भैया करते हैं हास्य फ्लुक।


हँसी-ठहाके,मधुरिम गाने रहते रेडियो से सबको हुक

चैनल अलग -अलग मिर्ची से, चटपटी खबर सुनाते !


दादी के जादूई डिब्बे के गाने नीलम मन हैं बहलाते।


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