अंत तक हंसी आयी ही नहीं ..बस टीवी बंद करके जैसे ही उठी तो अख़बार में ज़ानवारों के लिये ब्यूटी सलून .. अंत तक हंसी आयी ही नहीं ..बस टीवी बंद करके जैसे ही उठी तो अख़बार में ज़ानवारों के ...
दादी के जादूई डिब्बे के गाने नीलम मन हैं बहलाते। दादी के जादूई डिब्बे के गाने नीलम मन हैं बहलाते।
इसलिए तो आस है इसलिए खास है कभी हो उत्साह है लेकिन फिर भी जीवन अपने में हास्य है। इसलिए तो आस है इसलिए खास है कभी हो उत्साह है लेकिन फिर भी जीवन अपने ...
बहन बेटी और माँ बाप पर आपने बहुत कुछ सुना पढ़ा होगा। लीजिये फूफा पर हास्य गीत ! बहन बेटी और माँ बाप पर आपने बहुत कुछ सुना पढ़ा होगा। लीजिये फूफा पर हास्य गीत !
वो ज़िंदगी है अब, मैं राख़ हूं, वो मुकम्मल है अब, मैं खाख़ हूं। वो ज़िंदगी है अब, मैं राख़ हूं, वो मुकम्मल है अब, मैं खाख़ हूं।
ना मुझे सोने दे रहा था। ना मुझे सोने दे रहा था।