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Mahesh Dube

Others

1.0  

Mahesh Dube

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फूफा

फूफा

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कभी कचरू कभी मखडू होते हैं फूफा

एक नंबर के अकड़ू होते हैं फूफा

 

छोटी छोटी बात में टिन्ना जाते हैं 

घोर फसादी बात पकड़ू होते हैं फूफा

 

बनने को बनते हैं महाविद्वान

पर असल में छकडू होते हैं फूफा 

 

आ जाएं घर पर तो रहते हैं महीनों 

जान खाऊ गला जकडू होते हैं फूफा

 

ज़रा सी बात पर गुस्सा के निकल लेते हैं

दरअसल बड़े रखडू होते हैं फूफा.


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