Dr Mahima Singh
Classics
ख्वाहिशें है जो चुपके से
सपनों को पंख लगाती हैं
चाहे दिल की हो या
फिर नज़रों की।
है तो ये महिमा
ख्वाहिशों की
चाहे हो रब कों पाने की
या खुद रब बनने की।
सुखद बदलाव
लाजवाब लखनऊ
माँ के बराबर ...
प्यारी बेटी र...
नारी तेरा नही...
पर्यावरण दोस्...
रामोत्सव
सच झूठ
दोस्ती
निर्जला एकादश...
अल्लाह यौवन में मस्त चंग पर थाप लगाऊंगा, रंगों से सराबोर हो, होली खूब मनाऊंगा। अल्लाह यौवन में मस्त चंग पर थाप लगाऊंगा, रंगों से सराबोर हो, होली खूब मनाऊंगा...
इंसान के आगे नतमस्तक खुद को बौना समझता। इंसान के आगे नतमस्तक खुद को बौना समझता।
हां चुपके से वो ग्वाला मेरे ऊर-आंगन में आ जाता है। हां चुपके से वो ग्वाला मेरे ऊर-आंगन में आ जाता है।
जब कान्हा ने तुम्हारी..... खटिया की पटिया में..... गांठ बांधी थी चुटिया में.... जब कान्हा ने तुम्हारी..... खटिया की पटिया में..... गांठ बांधी थी चुटिया ...
भांग पिये बाबा भोले का नाम ले के, होली को पूरे गाँव संग मनाये। भांग पिये बाबा भोले का नाम ले के, होली को पूरे गाँव संग मनाये।
सजदा उसे भी है, जिसने कहा, नर-नारी एक समान हैं। सजदा उसे भी है, जिसने कहा, नर-नारी एक समान हैं।
अगर तुम्हें ही भूला दूं तो फिर प्यार किसे करूं। अगर तुम्हें ही भूला दूं तो फिर प्यार किसे करूं।
मुखौटा मुझ इंसान की सबसे बड़ी काबिलियत है। मुखौटा मुझ इंसान की सबसे बड़ी काबिलियत है।
टेसू के रंगों से रँग गईं दसों दिशाएँ खेलने को होरी आज कान्हा जी आए हैं। टेसू के रंगों से रँग गईं दसों दिशाएँ खेलने को होरी आज कान्हा जी आए हैं।
दे गया वो रंग दर्द का बना है रंग जो अब मेरी हर होली का। दे गया वो रंग दर्द का बना है रंग जो अब मेरी हर होली का।
गाल लाल, गुलाबी हों आँखें अंगिया पर नव चित्रकारी हो। गाल लाल, गुलाबी हों आँखें अंगिया पर नव चित्रकारी हो।
दहन हो कुत्सित विचारों का रहे साँझा हर परिवार देखो आ ही गया होली का त्योहार। दहन हो कुत्सित विचारों का रहे साँझा हर परिवार देखो आ ही गया होली का त्य...
आम बौरे फुले पलाश, महुआ मादक पपीहालाप। आम बौरे फुले पलाश, महुआ मादक पपीहालाप।
जब गप्पे लड़ाते थे जीजा साला अब वो मस्ती भरी कोई रात ही न होगी। जब गप्पे लड़ाते थे जीजा साला अब वो मस्ती भरी कोई रात ही न होगी।
अंततः क्या यह सत्य में बनता है यह व्यक्ति के व्यक्तित्व का प्रतिबिंब ? अंततः क्या यह सत्य में बनता है यह व्यक्ति के व्यक्तित्व का प्रतिबिंब ?
पाप का कर दे दमन हे शारदे तुझको नमन। पाप का कर दे दमन हे शारदे तुझको नमन।
तुम इश्क हो, तुम इश्क हो सहला सााँसोंं से जिला जाती हो। तुम इश्क हो, तुम इश्क हो सहला सााँसोंं से जिला जाती हो।
एक पल मन हर्षित होता छबीला दूजे पल मूर्छित होता मुखौटा। एक पल मन हर्षित होता छबीला दूजे पल मूर्छित होता मुखौटा।
रोशन मन, प्रेममय जीवन क्योंकर न होगा ! रोशन मन, प्रेममय जीवन क्योंकर न होगा !
कहाँ पर बोलना है और कहाँ पर बोल जाते हैं जहाँ खामोश रहना है वहाँ मुँह खोल जाते हैं।। कहाँ पर बोलना है और कहाँ पर बोल जाते हैं जहाँ खामोश रहना है वहाँ मुँह खोल जात...