प्यारी बेटी रहना सजग।
प्यारी बेटी रहना सजग।
बिटिया रानी रहना सजग।
तू बन जा आफताब आदित्य के आसमां का।
हो तेरी ताब ऐसी की दूर तक तपिश ओज की तेरी महसूस हो ।
हुनर तेरा नूर बनकर ध्रुव तारे सा रहे सदा अटल । कर ऐसा आगाज की हर काज तेरा हो सफल।
साज ,बोल ,सुर ,लय ताल हो सारे,
तेरी ही सरगम के बुने ।
दूर तक बस तेरी ही, कामयाबी का संगीत गूंजे। तेरे शफ्फाक दिल के इरादे, हो अटल हिमालय से।
हो इरादे पावन डगर जैसे शिवाले की।
मुखड़े और अंतरे का मेल ऐसा अमर गीत हो जैसे। तेरी कामयाबी का पैमाना हर सूं हो छलका छलका सा।
बांध लें तू जो इस चंचल से मन को,
पकड़ के हाथ आरव का चल सदा सही राह पर तू। महिमा के हृदय की सुंदर सी बानगी तू।
विश्वकर्मा तू बन अपने भविष्य की ,
तो चल उठा छैनी हथौड़ी तराश ले तू तकदीर अपनी ही।
की तू है मेरी परी आसमानी जिसका ना कोई सानी।
तेरी मुस्कराहटे मेरे दिल का करार ।
तेरा आत्मविश्वास मेरी राहें मखमली।
तेरी सजगता मेरी नींद गहरी ।
तेरी कामयाबी पंख मेरे।
तेरे सुख मेरा चैन ।
मेरी तेज धड़कन ,
तेरे आमद की आहट ।
तेरा वो बिंदास बेबाक व्यक्तित्व,
मेरी कमाई हो जैसे।
वो तेरा हौले से मुस्कुरा के, पहली दफा मां कहना ,
मेरे जीवन का सबसे मधुर संगीत।
वो तेरा मुझे मेरा ही ख्याल रखना सीखाना,
वो तेरा मुझको ही मुझसे कई दफा मिलवाना।
तू ही मेरी मनोचिकित्सक तू ही मेरी सखी,
तू ही मेरा हमसाया रहे हरपल हर घड़ी जो साथ । जो कहीं किसी ने नागवार जो बात,
बस फिर हो गए दो दो हाथ ।
चलो पालो इस मिले हुए समय को,
बन के निखरो छू लो ऊंचे शिखर ।
हो लक्ष्य सदा स्पष्ट अर्जुन सा हो तेरा निशाना ।
काम आए हम तुम देश के करे कुछ ऐसा काज।
बनो वो युवा शक्ति जो देश के काम आये हर हाल में।
आदित्य की महिमा की आशी तुम हर खुशी से भरा रहे दामन तेरा सदा।
अपने जनम को तुम पढ़ लिखकर सार्थक बनाओ,
देश के कुछ काम आओ
जीवन को इस लायक बनाओ।
