वीर तुम
वीर तुम
वीर तुम अजीत हो,
वीर तुम अभीत हो,
दुश्मनों के सामने
तुम, खड़े,
अडीक हो,
जो भेद दे,
निशान को,
दुश्मनों के
मान को,
रक्त की पुकार पे,
देश की गुहार पे,
आन और बान से,
मर मिटे जो,
शान से,
तुम वीर हो,
जहान के,
धडकनों में,
खाब में,
पल रहे हो तुम सदा,
अपनी अभिन,
पहचान से,
याद रखेगा
ज़माना,
तुम्हारे
बलिदान को,
वीर तुम अभीत हो,
वीर तुम अजीत हो,
दुश्मनों के सामने
तुम, सीना ताने हो।
तुम ही तो
सीना ताने हो।