वफ़ा हैं वफ़ा ही करूँगा...!
वफ़ा हैं वफ़ा ही करूँगा...!
तेरा यक़ीन है मुझपे,
बेपनाह मोहब्बत करूँगा
कोई बेवफ़ा कहे,ये मंजूर नहीं,
दे लाख सितम भले ही जमाना,वफ़ा हूँ वफ़ा ही करूँगा।
ये बात औऱ है कि तू,
मेरे साथ नहीं चल सकती,
मगर मेरी ख़ुदा से दुआ हैं की ज़ब तक मेरी सांस चलेगी
मैं तेरे साथ चलूँगा,
फिलहाल मैं किसी औऱ का नहीं हूँ,तुम्हारा हूँ तुम्हारा ही रहूँगा,
दे लाख सितम भले ही जमाना,वफ़ा हैं वफ़ा ही करूँगा।

