उसके जाने के बाद
उसके जाने के बाद
जब मैं ने
उसकी ओर देखा
वो मुस्कुराई,
मैं भी मुस्कुराया
ऐसा लगा
दो तरफ की लहरें
आपस में मिल गयीं
और लहर शांत हो गया,
मैं ही शर्माया
अपनी नजर
झुका ली।
जब उसे देख नहीं पाता
उसके साथ मुलाकात
नहीं होती
उसकी नजरों को
याद कर कर
रोमांचित हो उठता हूं।
पास रहती है जब, वह
अच्छा लगता है मुझे,
जब-जब मुलाकात
होती है उससे,
कोशिश करता हूं
बात करने के की,
मगर अबतक
नाकामयाब कोशिश
करता रहा
न जाने क्यों?
अब इतने दिनों बाद
मेरा साहस बढ़ा,और
फिर कोशिश की,
मेरा कोशिश रंग लाई
लेकिन जब उसके पास गया
तो, देखा उसके मांग में सिंदूर था
और गले में मंगलसूत्र ...।

