STORYMIRROR

Sachin Kapoor

Romance Tragedy

3  

Sachin Kapoor

Romance Tragedy

उनका घर

उनका घर

1 min
194

पहचाने से दरख़्त, पहचानी डगर है 

इस रास्ते पर तो उनका घर है।


झूम उठा है मन का हर कोना देखो 

हवाओं में उनकी खुशबू का असर है। 


ऐ दिल सम्भल, न जाना उधर

तेरा नहीं वो अब, गैर का मुकद्दर है। 


छोड़ दे यों उम्मीदें लगाना 'सचिन'

था कभी तेरा जो, आज किसी और का रहबर है।। 


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Romance