उड़ान है ज़िन्दगी
उड़ान है ज़िन्दगी
बदहवास,बेचैन से इधर-उधर भाग रहे हैं हम सभी,
औरों के देखा-देखी लक्ष्य बदलते बदलती मंज़िलें भी,
ऐसी दुनियाँ में हम जी रहे जो हैं सिर्फ ख़्वाबों की।।
प्रमाद के पर काट फुर्ती से उड़ो क्योंकि उड़ान है ज़िन्दगी,
कोशिश जरूर करो महत्त्वकांक्षाओं के साथ जीने की,
हाथ पर हाथ धरे या भाग्य भरोसे मंज़िले मिलती नहीं।।
हौसलों के साथ मज़बूत इरादे की उड़ान है ज़िन्दगी,
घुटने टेक,हार मानकर कोई नहीं जी सकता ज़िन्दगी,
थोड़ा हार से थोड़ा अनुभव से भर लोग उड़ान ज़िन्दगी की।।