तू लाजमी है
तू लाजमी है
तेरी आंखें देती है मुझे खुशियों की रोशनी,
मैं गम भूल जाती हूं तेरी मुस्कुराहटों में,
जुल्फें तेरी छांव है, मेरी जिंदगी की कड़ी धूप की,
तेरे अधर जब खुलते हैं ,तो एक दुआ निकलती है,
एक आस या विश्वास है तू,
तेरी धड़कन मेरी सांसों को चलाती है,
बस एक तू ही लाजमी है मेरे लिए इस जहां में,
बता मैं तुझसे मोहब्बत क्यों ना करूं,
तू खुदा नहीं है मालूम है मुझे ,
पर उस खुदा की रहमत है,
उस पर जो तेरी पनाह में है,
यूं ही उसकी इनायत रहे तुझ पर हमेशा,
और बिखरती रहे तेरे दामन में कलियां,
जो खुद ब खुद फूल बन जाएंगी दुनिया के चमन में,
इसलिए दुनिया के लिए भी तू लाजमी है।