तू हिम्मत न हार, बस चलता चल...!
तू हिम्मत न हार, बस चलता चल...!
हिम्मत न हार, तू चलता चल...
ऐ मुसाफिर! तू चलता चल...
हिम्मत न हार! बस एक बार
फिर कोशिश कर...
ज़रूर मिलेगी कामयाबी तुझे :
तू बस अपना ध्यान लगा
और फिर आगे बढ़ता जा...
ज़िंदगी में उतार-चढ़ाव तो
आते रहते हैं...!
कभी तूफानी हवाओं के आने से
भला आत्मविश्वास की
पक्की दीवार हिलती है क्या !!!
ऐ मुसाफिर! तू अपनी
मंज़िल की तरफ
एकाग्रचित्त होकर
चलता चल...
चलता चल...
चलता चल...
