हमारा विद्यालय
हमारा विद्यालय
बेशक़ मुश्किलों से जद्दोजहद करते हुए ही
हमारा विद्यालय आगे बढ़ेगा...!!!
हमारा विद्यालय राष्ट्रीय चेतना एवं
संस्कारों का धरोहर है।
यह वह स्थान है जहाँ शिक्षार्थी
केवल किताबों में लिखी
ज्ञानवर्धक बातों से ही नहीं,
बल्कि जीवन के
विभिन्न आयामों को भी
सीखने का
यथोचित अवसर प्राप्त करते हैं।
मगर किसी भी विद्यालय का विकास-मार्ग
इतना आसान नहीं होता ;
उसे अनगिनत मुश्किलों, चुनौतियों एवं प्रतिस्पर्धाओं से गुज़रना पड़ता है...!
बेशक़ मुश्किलों से जद्दोजहद करते हुए ही
हमारा विद्यालय आगे बढ़ेगा...!!!
मुख्यतः किसी भी विद्यालय को
सुचारू रूप से चलाने के लिए
यथोचित संसाधनों की आवश्यकता होती है।
अक्सर आर्थिक तंगी, अधूरी बुनियादी ढांचा,
अनियमित शिक्षकों की आपूर्ति
एवं अन्य कई समस्याएँ सामने आती हैं...।
लेकिन फिर भी अगर हम
धैर्य के साथ मिलजुल कर
विद्यालय की बहुमुखी विकास हेतु
निरंतर निरलस प्रयास करते रहें,
तो एक दिन ये सारी बाधाएं
पूर्ण रूप से दूर की जा सकती हैं।
गौरतलब है कि शिक्षक, छात्र और
अभिभावक एक साथ मिलकर
विद्यालय की समस्याओं को समझते हुए
उनका उचित समाधान निकाल सकते हैं।
ये भी सच है कि आधुनिक शिक्षा की
मांगों को पूरा करने के लिए
विद्यालय को निरंतर
नए परिवर्तन के साथ
अपनी हर संभव योजनाएँ बनानी होती हैं...।
उन्हें सही समय पर
लागू भी करना पड़ता है...
मसलन, तकनीकी युग में
कंप्यूटर, इंटरनेट जैसी सुविधाएँ
बहुत आवश्यक हैं।
प्रत्येक परिवर्तन के लिए प्रारंभिक दिनों में मुश्किलें ज़रूर आएंगी,
मगर उन्हें सूझबूझ से अपनाना ही
विद्यालय की प्रगति का आधार होता है।
शिक्षार्थियों के व्यक्तित्व-विकास हेतु
एक सकारात्मक और सहयोगी वातावरण
बनाना अत्यंत आवश्यक है...!!!
अक्सर अनुशासनहीनता अथवा
अध्ययन में रुचिहीनता भी
विद्यालय के लिए
चुनौतियाँ बन सकती हैं।
इसलिए हमें अपने शिक्षार्थियों को सही मार्गदर्शन देना चाहिए,
जिससे वे हरेक क्षेत्र में
पूर्ण उत्साह के साथ शामिल हो सकें...
और विद्यालय के नाम को
गौरवान्वित कर सकें...!!!
इस प्रकार, मुश्किलों से जद्दोजहद करना ही विद्यालय की मजबूती और
सफलता का प्रतीक है।
प्रत्येक समस्या को
सीखने का एक सुअवसर मानकर
निरंतर कोशिश एवं
समझदारी से काम लेकर ही
हमारा विद्यालय न केवल आगे बढ़ेगा,
बल्कि समाज में प्रेरणा-स्त्रोत भी बनेगा।
यह तो सर्वविदित है कि
संघर्ष बिना सफलता की कल्पना ही
नहीं की जा सकती !
आइए, हम सब मिलकर
हमारे विद्यालय को आगे बढ़ाने में
अपना संघर्ष ज़ारी रखें...!!!
हमारा विद्यालय -- विवेकानंद केंद्र विद्यालय, खटखटी
असम के कार्बी आंगलोंग जिले में
अपनी जययात्रा की प्रारंभिक दिनों में
हमें आप सबका साथ एवं आशीर्वाद चाहिए!
क्या आप सब मानव निर्माण एवं राष्ट्र पुनरुत्थान के महान कार्य में हमारा साथ देंगे...???
