STORYMIRROR

MS Mughal

Romance Action Inspirational

4  

MS Mughal

Romance Action Inspirational

मैंने कहा की

मैंने कहा की

1 min
313

मैंने कहा की इश्क़ में खंजर ए खूँ रेज़ है क्यूं

कहने लगे की आप दिल ए खुद आवेज़ है यूं


खंजर ए खूँ रेज़ ( खंजर से खून बहाना ) 

दिल ए खुद आवेज़ ( खुद से दिल को पेश करना , खुद से दिल को आगे किया ) 


मैंने कहा की हिजाब ओ पर्दे से परहेज़ है क्यूं

कहने लगे की शीरी लब जाम ए लबरेज़ है यूं 


शीरी लब ( मीठे होंठ ) 

जाम ए लबरेज़ ( जाम से भरपूर ) 


मैंने कहा की हुस्न हुस्न ए हैरत अंगेज़ है क्यूं

कहने लगे की आप हुए फिदा आवेज़ है यूं 


हुस्न ए हैरत अंगेज़ ( हैरत में डालने वाला हुस्न ) 

फिदा आवेज़ ( खुद से आशिक हुए ) 


मैंने कहा की है दिल दिल ए अदु आमेज़ है क्यूं

कहने लगे की तर्ज़ ए अदु फितरत आमोज़ है यूं 


दिल ए अदु आमेज़ ( दुश्मनों से मिला हुआ दिल ) 

तर्ज़ ए अदु ( दुश्मन की अदा ) 

फितरत आमोज़ ( सीखने जैसी फितरत ) 


मैंने कहा की 'हसन' से इश्क़ ए जुनूँ खैज़ है क्यूं

कहने लगे की है आप, दिल ए सेहर अंगेज़ है यूं


दिल ए सेहर अंगेज़ ( जादू सा असर रखने वाला दिल ) 

इश्क़ जुनूँ खैज़ ( जुनून बढ़ा देने वाला इश्क़ ) 



Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Romance