मैंने कहा की
मैंने कहा की
मैंने कहा की इश्क़ में खंजर ए खूँ रेज़ है क्यूं
कहने लगे की आप दिल ए खुद आवेज़ है यूं
खंजर ए खूँ रेज़ ( खंजर से खून बहाना )
दिल ए खुद आवेज़ ( खुद से दिल को पेश करना , खुद से दिल को आगे किया )
मैंने कहा की हिजाब ओ पर्दे से परहेज़ है क्यूं
कहने लगे की शीरी लब जाम ए लबरेज़ है यूं
शीरी लब ( मीठे होंठ )
जाम ए लबरेज़ ( जाम से भरपूर )
मैंने कहा की हुस्न हुस्न ए हैरत अंगेज़ है क्यूं
कहने लगे की आप हुए फिदा आवेज़ है यूं
हुस्न ए हैरत अंगेज़ ( हैरत में डालने वाला हुस्न )
फिदा आवेज़ ( खुद से आशिक हुए )
मैंने कहा की है दिल दिल ए अदु आमेज़ है क्यूं
कहने लगे की तर्ज़ ए अदु फितरत आमोज़ है यूं
दिल ए अदु आमेज़ ( दुश्मनों से मिला हुआ दिल )
तर्ज़ ए अदु ( दुश्मन की अदा )
फितरत आमोज़ ( सीखने जैसी फितरत )
मैंने कहा की 'हसन' से इश्क़ ए जुनूँ खैज़ है क्यूं
कहने लगे की है आप, दिल ए सेहर अंगेज़ है यूं
दिल ए सेहर अंगेज़ ( जादू सा असर रखने वाला दिल )
इश्क़ जुनूँ खैज़ ( जुनून बढ़ा देने वाला इश्क़ )

