अधूरा
अधूरा
वादा था तेरे साथ का
उन अनकही हर बात का
उन अधूरी शाम का
वादा वो अधूरा रहा
सोचा था तेरे संग ही
बीतेगी ये मेरी जिंदगी
चाहेंगे तुझे शाम-ओ-सुबह
शाम वो अधूरा रहा
बिताए तेरे संग जो
पल थे वह बेहद हसीन
उन हंसती आंखों में
तेरी ही तो तस्वीर थी
ना भुला तुझे पल भर भी
पल वो अधूरा रहा।।