तुम्हारी याद
तुम्हारी याद
तुम्हारे साथ जिंदगी बिताने का इरादा था
पर अब उम्र बीत रही है इंतजार में
प्यार करने से पहले मुझे पता तो था ही
धोखा भी मिलता है प्यार में
तुमने तो कहा था तुम मिलने आओगी
वहीं जहां हम आखरी बार मिले थे
हां याद है ये तो वही जगह है ना
जहां हमारे प्यार के फूल खिले थे
ना तुम्हारा कोई फोन आया तब से
ना ही कोई संदेशा लाता है
मुझे शक है क्या तुम्हारा अब भी
बचा मुझसे कोई नाता है
नहीं चाहता फिर भी झूठी उम्मीद पर
यही बैठे तुम्हारा इंतजार करता हूं
बरसों हो गए हैं मिले हुए पर
अब भी वैसे ही प्यार करता हूं
तुम्हारे लिए जान देने तक को तैयार था
पर अब मेरी ही जान जा रही है
सोचता हूँ तुम्हें भूल जाऊं लेकिन
तुम्हारी उतनी ही याद आ रही है