तुम
तुम
इस दिल की बस इतनी सी कहानी थी
जो सिर्फ तुम्हें ही तो सुनानी थी।
जान से भी ज़्यादा प्यार तुम्हें करते हैं
और यही बात सबसे छुपाते फ़िरते हैं।
तुम किसी और के हो ना जाना
भीड़ है दुनिया में खो ना जाना।
डर लगता है तुम्हारे दूर जाने से
टूट जायेंगे तुम्हारे रूठ जाने से।
ज़माने की दीवारें कही बीच में ना जाये
मेरी तनहाई कहीं मुझे ही ना खा जाये।
एहले दिल की शिकायत करेंगे किससे
तुम तो दो लम्हों में कर दोगे हिस्से।
तुम्हारे लौटने की सिफ़ारिश कैसे हो
हम नहीं बदलेंगे, तुम जैसे भी हो।
हालांकि मेरी कोई हस्ती नहीं थी
पर की थी जो तुझसे मोहब्बत वो सस्ती नहीं थी।
हम खफ़ा क्या हुए तुमने बेवफ़ा बना दिए
जो रोज़ किया करते थे वो वादे ठुकरा दिए।
हम तो तेरे हैं और हमेशा तेरे ही रहेंगे
सच्ची है मेरी मोहब्बत साबित भी करेंगे।।

