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Avitesh R

Others

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Avitesh R

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ज़िंदगानी

ज़िंदगानी

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एक पल की कहानी है 

हाँ यही ज़िंदगानी है 


हम क्यों रोते हैं दुखो के लिए 

खुशियाँ भी तो आनी जानी हैं

दुःख - सुख के मेल की 

बहुत अनोखी सी कहानी है 

हाँ यही तो ज़िंदगानी है 


आशाओं से भरी हुई है 

सपनों से मेज़बानी है 

हकीकत और सपनो के

कश्मकश की कहानी है 

हाँ यही तो ज़िंदगानी है 


हार हुई तो तिरस्कार 

जीत पे ताली बजानी है 

हमारी हार - जीत पे 

लोगो की पहचान हो जानी है  

हाँ यही तो ज़िंदगानी है 


अकेलापन भी है इसमें 

और कभी रिश्तों की

भरमार हो जानी है 

अपनों के साथ की कहानी है 

हाँ यही तो ज़िंदगानी है 


बहुत कुछ खोते है इसमें 

और कुछ पाने की आस

भी तो बड़ी सुहानी है 

खोने - पाने की कहानी है 

हाँ यही तो ज़िंदगानी है


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