हम जीतकर भी हारने की खुशी मना लेते हैं तो इसमें दोष हमारा है। हम जीतकर भी हारने की खुशी मना लेते हैं तो इसमें दोष हमारा है।
एहसास उसे मेरे इश्क़ का ठीक से नहीं करा पाता हूँ मैं ! एहसास उसे मेरे इश्क़ का ठीक से नहीं करा पाता हूँ मैं !
धनवाले धनवान हो गए, इतना खून निचोड़ा। धनवाले धनवान हो गए, इतना खून निचोड़ा।
आज हार स्वीकार कर रहे , बड़े खिलाड़ी झुक कर। क्योंकि जीत नहीं दे पाती , उनको सुख के सागर।। ... आज हार स्वीकार कर रहे , बड़े खिलाड़ी झुक कर। क्योंकि जीत नहीं दे पाती , ...
उस रात की सुबह हुई लेकिन वह सुबह कैसी थी ?फिर कभी बताएंगे ! उस रात की सुबह हुई लेकिन वह सुबह कैसी थी ?फिर कभी बताएंगे !
वो भी बदलती रही पीछे हटते-हटते वो मेरी हो गई। वो भी बदलती रही पीछे हटते-हटते वो मेरी हो गई।