तुम कौन हो
तुम कौन हो
उन राहों पर जहाँ से
मैं अभी अभी गुजरी हूँ,
तमस का सघन साम्राज्य था,
उसके कदम रखते ही
एक ज्योतिपुंज प्रवाहित हो गया।
तुम कौन हो..
जिसके आते ही
एक दिव्य प्रकाश पुंज फैल जाता है
कहीं तुम वही तो नहीं
जिसे मैं अब तलक तलाशती रही हूँ...?