प्यार के पल तो अब गिरवी हो गये, कब तक यूं घुटती रहूं। प्यार के पल तो अब गिरवी हो गये, कब तक यूं घुटती रहूं।
बनाकर याद अपनों के लिए उनकी ज़िंदगी में जानकर भी हर इंसान मुसाफिर है यहाँ बनाकर याद अपनों के लिए उनकी ज़िंदगी में जानकर भी हर इंसान मुसाफिर है य...
अंधकार को भेद कर उजाले से लौ लगाता है अंधकार को भेद कर उजाले से लौ लगाता है
हर साल वसंत पंचमी आती हर साल वसंत पंचमी आती
तमस के कबीले से निकलती कोई रश्मि अमन की प्रेमिका भी होगी.! तमस के कबीले से निकलती कोई रश्मि अमन की प्रेमिका भी होगी.!
हौसलों की उड़ान में, इरादों को मकसद बनाकर तो देखो; प्रगति पथ पर तुम, हिम्मत से कदम उठाकर तो देखो... हौसलों की उड़ान में, इरादों को मकसद बनाकर तो देखो; प्रगति पथ पर तुम, हिम्मत से क...