तुम आओ तो एक बार सही
तुम आओ तो एक बार सही
सारे सपने अपने हो जायेंगे
तुम आओ तो एक बार सही
कुछ मीठी मीठी बाते होंगी
कुछ खट्टी मीठी यादें होंगी
हर खुशियाँ तब अपनी होंगी
तुम आओ तो एक बार सही
हर शाम सुहानी होगी तब
जब तुम करीब आ जाओगे
रातें झिलमिल चाँद सितारे
खुशियाँ होंगी बस आँगन में
भूल के सारे शिकवे गिले
तुम आओ तो एक बार सही
मेरा मन जितना व्याकुल है
तुम भी उतना ही तड़पे होगे
एक लिए मिलन की आस पे
कैसे कितनी रातें काटे होंगे
अब लौट भी आ तू ये हमदम
बिन तेरे है सब कुछ सुना है
एक नयी सुबह होगी फिर से
तुम आओ तो एक बार सही