टूटे दिल की आवाज
टूटे दिल की आवाज
दिल टूटने की आवाज नहीं होती
टूटकर बिखरता है जब
समेटने की वजह नहीं होती
समेटा भी जाये उन्हें
जुड़ने की कोई गुंजाइश नहीं होती
टूटना जुड़ना दिल का कोई नयी बात नहीं होती
बातें बनती है तब जब
सच्चे प्यार की बात नहीं होती
कदर नहीं जिन्हें प्यार की
उनसे किसी बात की फ़रमाइश नहीं होती
टूटे दिल के जुड़ने से चाहत नहीं होती
जुड़े हुए टुकड़ों से तब
खुशियों की आवाज नहीं होती
खुशी तो देन है चाहत की
दिल तोड़नेवाले से इसकी गुजारिश नहीं होती।

