असली-नकली दुनिया
असली-नकली दुनिया
सच्चाई का घोटकर गला
झूठे का है बोलबाला
इंसान हैं दुष्ट, फरेबी
इनसे तो दानव भला
मानवता का अंत हुआ
पृथ्वी पर विनाश छाया
पाप ही हर जगह
पुण्य देखो मिट गया
अपनों का साथ छुटा
दिल यह बारंबार टूटा
कुछ ना रहा बाकी
गैरों ने सबकुछ लुटा
अच्छा पाठ पढ़ा गया
हारकर सभी, जीवन पाया
जीतने ना देगी कभी
असली-नकली यह दुनिया।
