Poonam Kaparwan
Romance
खयालों में न सही
तस्वीर मेरी
दिल में
उतार लेते।
वो बंसत फिर स...
गुलाबी बहारें
विरहन प्रेयसी
बसंती बहार
प्रकृति का नव...
भँवरा
पीली सरसों
मेरा भारत
संकल्प
दर्पण भी शरमा के कहे , सुंदरता की तुम मूरत हो ! दर्पण भी शरमा के कहे , सुंदरता की तुम मूरत हो !
लहर इसका आचमन कर गुनगुनाती उठ रही है लहर इसका आचमन कर गुनगुनाती उठ रही है
मैं तुम्हें भूलता जा रहा हूं बेहोशी से, खुद को भूल कर! मैं तुम्हें भूलता जा रहा हूं बेहोशी से, खुद को भूल कर!
ख़ुद से उम्मीद ही विश्वास है इस जमाने का वही दूसरों से उम्मीद ही दर्द बढ़ा देती है। ख़ुद से उम्मीद ही विश्वास है इस जमाने का वही दूसरों से उम्मीद ही दर्द बढ़ा द...
जहॉं तुम और मैं चाय की चुस्कियों संग समय बितायें। ना कोई शिकायत ना ही कोई शिकन। जहॉं तुम और मैं चाय की चुस्कियों संग समय बितायें। ना कोई शिकायत ना ही कोई शिक...
वो तेरे लबों पर आती और जाती प्यारी सी मुस्कान आज भी मुझे याद है। वो तेरे लबों पर आती और जाती प्यारी सी मुस्कान आज भी मुझे याद है।
आज तुम नहीं... तो कुछ भी नहीं... ना है खुशी... गम भी नहीं... आज तुम नहीं... तो कुछ भी नहीं... ना है खुशी... गम भी नहीं...
तुम्हारी वो छुअन मैं आज भी बिसरा नहीं पाया। तुम्हारी वो छुअन मैं आज भी बिसरा नहीं पाया।
शाखों पे था पतझर, कलियां झर गई ऐतबार की, नफ़रत सिमट गई थी दरारों में,जख्मी प्यार की। शाखों पे था पतझर, कलियां झर गई ऐतबार की, नफ़रत सिमट गई थी दरारों में,जख्मी प्...
वीरान में भी तेरे साथ अकेला ना लगा अब भीड़ वाले शहर में भी तन्हा रह गया। वीरान में भी तेरे साथ अकेला ना लगा अब भीड़ वाले शहर में भी तन्हा रह गया।
जिनगी आई बहार गोरी जब आके अंगना सजाईल। जिनगी आई बहार गोरी जब आके अंगना सजाईल।
आगोश में मेरी तुम खो जाओ जाना इस तरह कि किसी को भी नज़र ना आ पाएं आज हम। आगोश में मेरी तुम खो जाओ जाना इस तरह कि किसी को भी नज़र ना आ पाएं आज हम।
इश्क़ के चर्चे हो हर गली हर महफ़िल में हमारा इश्क़ भी वो चर्चे में शामिल हो जाए। इश्क़ के चर्चे हो हर गली हर महफ़िल में हमारा इश्क़ भी वो चर्चे में शामिल हो जाए।
नैनो में यूं भर के सावन हम, कैसे गाएं गीत म्लहार! नैनो में यूं भर के सावन हम, कैसे गाएं गीत म्लहार!
सनम भारती जान संग बिधना के बिधान हो जाई। सनम भारती जान संग बिधना के बिधान हो जाई।
जीने को तो जिंदगी में अभी बहुत कुछ बाकी है। जीने को तो जिंदगी में अभी बहुत कुछ बाकी है।
छेड़ दिया है दुखती रग को.. फिर से सताने आओगे क्या! छेड़ दिया है दुखती रग को.. फिर से सताने आओगे क्या!
इन भीगे लबों के सामने, ये समा भी भीगा लगता है। इन भीगे लबों के सामने, ये समा भी भीगा लगता है।
एक तरफ़ तो मोहब्बत को इबादत बोलता है और हमारी मोहब्बत को ये ना जाने क्यों पाप बताता है एक तरफ़ तो मोहब्बत को इबादत बोलता है और हमारी मोहब्बत को ये ना जाने क्यों पाप...
फिर क्या था तुम कही और हम कही और और ये पन्ने ले गया कोई और। फिर क्या था तुम कही और हम कही और और ये पन्ने ले गया कोई और।