कोइ तो हो जो मुझे समझ सके
कोइ तो हो जो मुझे समझ सके
मुझे कुछ ऐसी तलाश है जिंदगी में,
जो मुझे देखते ही हंसने लगे,
जो मुझे दिल से लगा के बोले,
की हां मैं हूं तुम्हारे लिए,
कोइ तो हो ऐसा जो मुझे समझ सके,
बिन बोले जो मुझे गले से लगा सके।
कोइ ऐसा शख़्स जो मुझे खोने से डरे,
कोइ ऐसा साथी जो मुझे मेरी नजरों से समझ सके,
जो मुझे देखने के लिए तरसे,
जो मेरे दिल से प्यार करे,
कोइ तो हो ऐसा जो मुझे समझ सके,
बिन बोले जो मुझे गले से लगा सके।
कोइ ऐसा साथी जो मुझे देख के शर्माये,
जो मेरे साथ पूरी जिंदगी बिताए,
कोइ ऐसा जो मेरे रोने पे मुझे समझाए,
जो मेरे साथ रहकर मुझे हसाऐ,
कोइ तो हो ऐसा जो मुझे समझ सके ,
बिन बोले जो मुझे गेले से लागा सके।
कोई ऐसा जो मेरी जिंदगी को सजाए,
जो मुझे जिंदगी से प्यार करना सिखाए,
कोई ऐसा जो मेरे सिवा किसी और से प्यार ना करे,
जो मेरे दूर जाने से घबराएं,
कोइ तो हो ऐसा जो मुझे समझ सके,
बिन बोले जो मुझे गेले से लगा सके।
कोइ ऐसा जो मेरा इंतजार करे,
जो हर दम मेरा एतबार करे,
कोइ ऐसा जो मेरे रूठने पर मुझे मनाए,
जो मेरे गुस्सा करने पर मुझे समझाए,
कोइ तो हो ऐसा जो मुजे समझ सके,
बिन बोले जो मुजे गले से लगा सके।
बास इतनी सी ख्वाहिश है मेरी,
की अगर मिले कोई मुझे ऐसा साथी,
तो मुझे उस से कभी अलग मत करना,
और अगर कोई अलग करना चाहे
तो वो कभी मुकम्मल ना हो सके,
कोइ तो हो ऐसा जो मुझे समझ सके,
बिन बोले जो मुझे दिल से लगा सके।।