थ्रिलर! है बॉस!
थ्रिलर! है बॉस!
तुम जैसे डाली डाली के परिंदे।
मेरा तना क्या काटोगे?
तुम तो खुद अपनी जड़ें
काट चुके हो?
तुम घने वृक्ष को क्या जानोगे ?
क्यों तू भटक रहा है कुत्तों की तरह,
मेरे खिलाफ सबूत जुटाने में ।
मैं रेत हूं, तेरे हाथ ना आएगी,
तू कितनी भी कोशिश कर ले?
मुट्ठी दबाने में।
मुस्कुराइए! क्योंकि आप
हमारी नजरों से दूर नहीं।
तुम हमारी हमेशा से गिरफ्त में थे
और जान लो अब हम मजबूर नहीं।