थप्पड़
थप्पड़


चलते चलते मेरी नजर उसके पर लग गई,
उसे देखकर आंख मेरी पलक-मरमर हो गई,
पलक-मरमर होती मेरी आंख को वो देखकर,
आ कर मेरे गाल पर जोरदार थप्पड़ मार गई।
थप्पड़ मारकर गाल मेरा लाल लाल कर गई,
मुझे गालियाँ सुनाती हुई वो कहीं दूर चल गई,
मेरे गाल पे थप्पड़ मारने की आवाज सुनकर,
रास्ते पर लोगों की भारी भीड़ जमा हो गई।
इस घटना की जानकारी मेरे घर में पहुंच गई,
मेरे गाल लाल देखकर पत्नी हंगामा मचा गई,
मोहल्ले के सभी लोगों को मेरे घर में बुलाकर,
सब के सामने वो मुझको शरमिंदा बना गई।
क्या हुआ? कैसे हुआ? की चर्चा शुरु हो गई,
आंख पलक-मरमर की बीमारी भारी पड़ गई,
पूछ-ताछ करने बाद मुझको दोषित मानकर,
"मुरली" की आबरु सरेआम निलाम हो गई।