तेज़ाब
तेज़ाब
तेज़ाब से चेहरा तो खराब किया जा सकता है
मगर अंदरूनी खूबसूरती का क्या करे
एक इंसान दूसरे को दर्द दे सकता है
उसके मन पर लगे घाव का क्या करे
कोई शख्स जब बहुत हँसता है
तो उसकी हँसी के पीछे राज़ का क्या करें
एक इंसान जब किसी का इंतज़ार कर सकता है
तो उसके प्यार की हद का क्या करें
यहाँ लोग सरेआम बदनाम करते हैं किसी को
उनकी खुद की खो चुकी इज़्ज़त का क्या करें
किसे के साथ चलने का वादा तो कर सकते हैं
अगर आखिर में वो वादा टूट जाए तो क्या करें?