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Praveen Gola

Romance Tragedy

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Praveen Gola

Romance Tragedy

तेरी यादों के भँवर में

तेरी यादों के भँवर में

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तेरी यादों के भँवर में ,

मैं आज भी बहती हूँ ,

एक हिचकी से कसम से ,

तेरे नाम को कहती हूँ।


मुझे पता नहीं तेरा दिल ,

पर अपने दिल से कहती हूँ ,

तेरे इश्क के समुन्दर में ,

नदिया बन के बहती हूँ।


हँसती है दुनिया ये बोल ,

कि वो इश्क सच्चा नहीं था ,

उसी इश्क की खातिर आज ,

देख मैं कितने ताने सहती हूँ।


कोई शिकवा ना पहले था ,

ना ही कभी होगा मेरी जान ,

देख मैं तुझसे रूबरू होने को भी ,

अपनी किस्मत ही कहती हूँ।


छोड़ा आज भी नहीं हमने कुछ ,

बस समय के आगे सर झुका दिया ,

इसे हारना ना कहकर मैं ,

तेरे सजदे में रहती हूँ।


एक हूक सी उठती है जब ,

दिल तार - तार होता है तब ,

तेरे नाम की माला को मैं ,

अपने शब्दों से कहती हूँ।


मेरा दिल जब तक धड़केगा ,

तेरा प्यार तब तक तड़पेगा ,

ऐसे अनोखे इश्क को मैं ,

अपनी आँखों में सहती हूँ।


खुदाया मिल भी जायेगा ,

जो तू किसी रोज़ मुझे यहाँ ,

मैं मूंद पलकों को भरम से ,

तेरे सपनों को ही सच कहती हूँ।|



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