जुड़ें परस्पर हाथ यदि तो समग्र जग में हो विकास। जुड़ें परस्पर हाथ यदि तो समग्र जग में हो विकास।
किचन से लेकर घर का सारा काम करती हूँ सास ससुर से लेकर बच्चों का ध्यान रखती हूँ किचन से लेकर घर का सारा काम करती हूँ सास ससुर से लेकर बच्चों का ध्यान रखती हू...
और यूं ही कुछ बातें करते हैं। और यूं ही कुछ बातें करते हैं।
आँफिस में आज़ादी मिलती प्रेम -पिटारी जब तब खुलती आँफिस में आज़ादी मिलती प्रेम -पिटारी जब तब खुलती
महिला ही महिला को देती है बाँझ होने का ताना। महिला ही महिला को देती है बाँझ होने का ताना।
कोई किसी की उदारता को बुन रहा है। कोई किसी की उदारता को बुन रहा है।