महिला ही महिला को देती है बाँझ होने का ताना। महिला ही महिला को देती है बाँझ होने का ताना।
अब ये बांझिन अश्क पोछती है अपने दर्द को अपनी झोली में समेटती है। अब ये बांझिन अश्क पोछती है अपने दर्द को अपनी झोली में समेटती है।
प्लास्टिक का अमर दानव जान लेगा गांव की। विष भरी अब हो गई है पवन मेरे गांव की । प्लास्टिक का अमर दानव जान लेगा गांव की। विष भरी अब हो गई है पवन मेरे गांव की ...