तुमने दे दी सज़ा पर मुक्त हो गई वह तुम्हारी बिसात से ! तुमने दे दी सज़ा पर मुक्त हो गई वह तुम्हारी बिसात से !
शुक्र मनाओ नहीं ठिकाने लगाने का है शुक्र मनाओ नहीं ठिकाने लगाने का है
किचन से लेकर घर का सारा काम करती हूँ सास ससुर से लेकर बच्चों का ध्यान रखती हूँ किचन से लेकर घर का सारा काम करती हूँ सास ससुर से लेकर बच्चों का ध्यान रखती हू...
तब चौड़ी छाती फड़केगी पौरुष की वह्नि लहकेगी। तब चौड़ी छाती फड़केगी पौरुष की वह्नि लहकेगी।
जीना कितना दुश्वार हो गया है, मौत का ये फरमान हो गया है; जीना कितना दुश्वार हो गया है, मौत का ये फरमान हो गया है;
मैंने इन पन्नों पे मोहब्बत क्या लिख दी, फरमान जारी कर दिया, मुझे मिटाने के लिए। मैंने इन पन्नों पे मोहब्बत क्या लिख दी, फरमान जारी कर दिया, मुझे मिटाने के लि...