शुक्र मनाओ नहीं ठिकाने लगाने का है शुक्र मनाओ नहीं ठिकाने लगाने का है
हाशिये की जिंदगी को पटरी पर लाने का बस यही एक तरीका है, हम सही उत्पाद को ही बेचे और खर हाशिये की जिंदगी को पटरी पर लाने का बस यही एक तरीका है, हम सही उत्पाद को ही ब...
विकराल, विशाल भले है तू, न समझ स्वयं को अनादि-अनंत। विकराल, विशाल भले है तू, न समझ स्वयं को अनादि-अनंत।
सोचने कोतो बहुत कुछ है दुनिया में यारों... लेकिन सोचने से रोने से भी ज्यादा खूबसूरत इक हंसी है... तो... सोचने कोतो बहुत कुछ है दुनिया में यारों... लेकिन सोचने से रोने से भी ज्यादा खूबस...
प्रीत तो बन ही जाएगी मगर कोई तो चाहिए ना मनमीत के लिए. प्रीत तो बन ही जाएगी मगर कोई तो चाहिए ना मनमीत के लिए.
निज उत्पाद खुद हम सब प्रयोग करेंगे औरों को प्रयोग हेतु हम करेंगे प्रचार। निज उत्पाद खुद हम सब प्रयोग करेंगे औरों को प्रयोग हेतु हम करेंगे प्रचार।