STORYMIRROR

Dhan Pati Singh Kushwaha

Abstract Inspirational

3  

Dhan Pati Singh Kushwaha

Abstract Inspirational

आत्मनिर्भर भारत और युवा

आत्मनिर्भर भारत और युवा

1 min
206


युवा शक्ति से नयी दिशा पाकर

विकसित होगा अपना समाज।

युवा आज का कल का भविष्य 

है जिस पर हम सबको ही नाज।


नयी ऊर्जा नयी सोच संग 

खोलेगी नव सृजन के द्वार।

नव तकनीक से ले के सहारा

होंगे नव मार्ग प्रशस्त अपार।


स्थानीय उत्पाद उत्कृष्ट बनेंगे

विश्व स्तर पर होगी जिनकी धाक।

आयात घटकर के निर्यात बढ़ेगा

जग में ऊंची होगी विश्वगुरू की नाक।


निज उत्पाद खुद हम सब प्रयोग करेंगे

औरों को प्रयोग हेतु हम करेंगे प्रचार।

होकर वोकल लोकल के हित हम सब ही

स्थानीय उत्पादों का करेंगे प्रयोग -प्रसार।


नियोजन की नूतन प्रक्रिया

देगी संबल और नव आधार।

आत्मनिर्भर भारत का सपना

निश्चित रूप से होगा साकार।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Abstract