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S Ram Verma

Romance

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S Ram Verma

Romance

तेरे प्यार में पागल हूँ !

तेरे प्यार में पागल हूँ !

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तेरे हर दर्द को मैं अब , 

अपना दर्द समझता हूँ ;


तेरी हर ख़ता को मैं अब , 

अपनी ही ख़ता समझता हूँ ; 


तेरे प्यार में मैं पागल हूँ अब , 

इसलिए तो मज़बूरियों को समझता हूँ ;  


खुश रखूं तुझे सदा मैं अब ,

यही अब दिल से चाहता हूँ ;


तेरी हर एक आह को मैं अब , 

बस एक सिर्फ दुआ मानता हूँ !  



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