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Abhishek Singh

Romance

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Abhishek Singh

Romance

तेरा साहिल..

तेरा साहिल..

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तू है यहीं कहीं मेरे आस-पास,

नज़रें बेशक खा जाएँ धोखा।

पर ये दिल तो अंधेरों में भी,

ढूँढ लेता है तेरे होने का एहसास।


है ये मोह या है दो दिलों का नाता,

तेरे सिवा न कोई इस दिल को और भाता।

कर लूँ चाहे मैं कोशिशें सौ और हज़ार,

दिल कहीं तेरे सिवाय न साहिल पाता।



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