Navin Madheshiya
Fantasy
क्या लिखूं ऐ दोस्त
तेरे मुस्कुराहट पर
दुनिया जल रही थी
अपने Passion पर।
यादें
तपिश
बातें अपनी
एक फूल
प्रेम: एक विश...
तेरे हर गीत म...
औरत
शब्दों की महि...
शब्द
सुना मेरी वफ़ा की असलियत बाज़ार को पढ़कर सुना मेरी वफ़ा की असलियत बाज़ार को पढ़कर
इशारों इशारों में आँखें मिली, और वहाँ से प्यार की पहचान हुई। इशारों इशारों में आँखें मिली, और वहाँ से प्यार की पहचान हुई।
बस थोड़ा सा मान उसे दो अपने जैसा जान उसे लो। बस थोड़ा सा मान उसे दो अपने जैसा जान उसे लो।
उसकी झील सी आंखों में डूब जाना भी ज़रूरी है !! उसकी झील सी आंखों में डूब जाना भी ज़रूरी है !!
रातों को ख्यालों में जागे, दिन में सपनों की कतार हाँ ऐसा ही होता है होता है जब प्यार। रातों को ख्यालों में जागे, दिन में सपनों की कतार हाँ ऐसा ही होता है होता ह...
सोचती हूं मैं... इंतजार का यह, लंबा समय कैसे कटेगा? सोचती हूं मैं... इंतजार का यह, लंबा समय कैसे कटेगा?
हाँ, मैं हूँ थोड़ी अजीब सी, मगर प्यार तुमसे करती हूँ। हाँ, मैं हूँ थोड़ी अजीब सी, मगर प्यार तुमसे करती हूँ।
वही हां वैसे ही तुम मेरे सूने से जीवन में आए वही हां वैसे ही तुम मेरे सूने से जीवन में आए
राम नहीं कोई इंसान। राम नहीं कोई इंसान। प्रगटे हैं भू पर भगवान।। राम नहीं कोई इंसान। राम नहीं कोई इंसान। प्रगटे हैं भू पर भगवान।।
इसलिए चैन नहीं दिल को मिला है मेरे उसकी तस्वीर न ही यार किताबों में मिले इसलिए चैन नहीं दिल को मिला है मेरे उसकी तस्वीर न ही यार किताबों में मिले
कौन है वो? जो हरदम मेरे होंठों पर मुस्कान लाना चाहता है, कौन है वो? जो हरदम मेरे होंठों पर मुस्कान लाना चाहता है,
चुन लो किरदार कोई, हो जाओ तैयार सभी, आज सजेगा रंगमंच चुन लो किरदार कोई, हो जाओ तैयार सभी, आज सजेगा रंगमंच
रावण को रावण ही जलाने चले यहाँ ना किसी में सच्चाई ना पवित्रता बची यहाँ रावण को रावण ही जलाने चले यहाँ ना किसी में सच्चाई ना पवित्रता बची यहाँ
पंख फहराए आकाश में उड़ती, झट से भाव प्रकट भी करती। पंख फहराए आकाश में उड़ती, झट से भाव प्रकट भी करती।
मेरे रूह तक तस्लीम कर पाओगे क्या?? मेरे हंसने पर बेशक तुम बारिश ना करवाना मेरे रूह तक तस्लीम कर पाओगे क्या?? मेरे हंसने पर बेशक तुम बारिश ना करवाना
फिर भी उसका इश्क़ से एक राबता जो हुआ था फिर भी उसका इश्क़ से एक राबता जो हुआ था
यह एक जन्म का रिश्ता नहीं है सात जन्म का भी नहीं है यह एक जन्म का रिश्ता नहीं है सात जन्म का भी नहीं है
रखो ज़रा थोड़ा और हौसला, खुशियों की शुरुआत होने को है। रखो ज़रा थोड़ा और हौसला, खुशियों की शुरुआत होने को है।
दिल मिलता न उसी से ही अब बातें कुछ कड़वी बोली है दिल मिलता न उसी से ही अब बातें कुछ कड़वी बोली है
अपने में ही रौद्र हूं मैं, और अपने में ही निराला हूं आपका मन खुश करने वाला मैं आपका अपने में ही रौद्र हूं मैं, और अपने में ही निराला हूं आपका मन खुश करने वाला ...