स्वर्गमय जीवन
स्वर्गमय जीवन
परायो को अपना बना लेते है,
प्यार से होता है ह्रदय रोशन,
लगती है सारी धरती मधुबन
हंसता खेलता स्वर्गमय उनका जीवन।
देते है जो सुख उन्हे सुख मिलता है,
पहुचांते है जो खुशियां बांटने का प्रण,
उन्हे मिलती है इसी जीवन मे खुशियॉ,
हंसता खेलता स्वर्गमय उनका जीवन।
सेवा-सुस्रृषा करते है जो गैरो की,
लगे सारा जहां परिचीत पवित्र मंडल,
जगत मे जन्नत है वो है हमारा वतन,
हंसता खेलता स्वर्गमय उनका जीवन।
भरा रहे ममत्व हर के ह्रदय मे,
हर कोई प्यारा-प्यारा सा लगे अमन मे
आत्म बोध भरा हो हर इंसान के दिल मे,
हंसता खेलता स्वर्गमय उनका जीवन।
इंसान प्रभु की मुरत हो,
मन की ऑखे निर्मल हो,
कोई अनाथ ना हो जंहा मे,
हंसता खेलता स्वर्गमय उनका जीवन।
