स्वाद चाय का
स्वाद चाय का
नशा भी चाय हमारा हमदर्द भी चाय
प्यार है चाय और हाँ इश्क़ भी हमारा चाय
सर दर्द की दवा थकान हो जब जरूर
हर दिन चढ़े जैसे चाय का ही सुरूर
बिन इसके लगता जैसे घायल हमारी जान है
स्वाद से मन में स्फूर्ति लबों पर रहे मुस्कान है
आजकल तो इसकी अलग ही पहचान है
अदरक के साथ तुलसी की भी शान है
चाय की अपनी समय के साथ बदलती दास्ताँ है
ग्रीन टी, ब्लैक टी, तो कही बैड टी बलवान है
बड़ी बड़ी महफ़िलो में बिज़नेस की ये सरताज है
स्वाद चाय के पर निर्भर करोडो का नफा नुक़सान है
पड़ोसियों का आपस में कराये ये मिलान है
२ चम्मच चाय पत्ती के तो चर्चे सारे जहान है।
