STORYMIRROR

Komal Kamble

Tragedy Inspirational Others

3  

Komal Kamble

Tragedy Inspirational Others

स्त्री

स्त्री

1 min
266


अन्याय के खिलाफ आवाज उठाओगी

तो तुम चुप करायी जाओगी

बड़ों के सामने बोलोगी

तो बतमीज कहलाओगी।

लड़कों से बात करोगी

तो बदनाम हो जाओगी।

रात देर तक बाहर रहोगी

तो बेहया कहलाओगी।

छोटे कपड़े पहनोगी

तो बेशर्म कहलाओगी।

मदद किसी की मांगोगी

तो कमजोर कहलाओगी।

तुम्हें यह ताने कदम-कदम पर मिलेंगे

पर तुम अपने कदम न रोकना।

दुनिया तुम्हारे हौसलों को तोड़ेगी

पर तुम उन्हें बिखरने न देना।



Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Tragedy