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Dobhal Girish

Tragedy

4.5  

Dobhal Girish

Tragedy

सरकारों से क्या होता है?

सरकारों से क्या होता है?

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मेरे मालिक इन भरे बाजारों से क्या होता है ?

जिनको रोटियां नसीब नही बेचारों का क्या होता है ?


दुनिया जिसे घर कहती है चारदीवारों से क्या होता है ? 

जो बेघर घूमते हैं बंजारों का क्या होता है ?


ख़ुदा -या- इन ऊँची - ऊँची मिनारों से क्या होता हैं ? 

जिनका कोई सहारा नही बेसहारों का क्या होता है?


रोज आती जाती इन सरकारों से क्या होता है ?

जो दर बदर भटकते हैं बेरोजगारों का क्या होता है ?



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