सरकारों से क्या होता है?
सरकारों से क्या होता है?
मेरे मालिक इन भरे बाजारों से क्या होता है ?
जिनको रोटियां नसीब नही बेचारों का क्या होता है ?
दुनिया जिसे घर कहती है चारदीवारों से क्या होता है ?
जो बेघर घूमते हैं बंजारों का क्या होता है ?
ख़ुदा -या- इन ऊँची - ऊँची मिनारों से क्या होता हैं ?
जिनका कोई सहारा नही बेसहारों का क्या होता है?
रोज आती जाती इन सरकारों से क्या होता है ?
जो दर बदर भटकते हैं बेरोजगारों का क्या होता है ?